US Job Market: हर साल की तरह, इस साल भी हज़ारों भारतीय उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए अमेरिका जा रहे हैं। हालाँकि, छात्रों के लिए अमेरिका में नौकरी पाना मुश्किल हो गया है।
Situation: अमेरिकी नौकरी बाज़ार की स्थिति काफ़ी खराब हो गई है। इसका असर हाल ही में स्नातक करने वाले छात्रों पर पड़ रहा है। छात्रों के मन में यह डर है कि स्नातक होने के बाद भी उन्हें नौकरी के लिए संघर्ष करना पड़ेगा। ऐसे में, अमेरिका जाकर उच्च शिक्षा प्राप्त करने की योजना बना रहे भारतीयों को भी सतर्क रहना चाहिए। साथ ही, उन्हें ऐसे पाठ्यक्रम चुनने चाहिए जिनसे उन्हें आसानी से नौकरी मिल सके।
दरअसल, TopResume ने 1,000 कॉलेज छात्रों का एक सर्वेक्षण किया। ये सभी छात्र इसी साल स्नातक होंगे। सर्वेक्षण के अनुसार, 52% छात्रों ने स्वीकार किया कि उन्हें विश्वास नहीं है कि उनका डिप्लोमा उन्हें अगले साल नौकरी की गारंटी देगा। उन्हें अपनी डिग्री पर ज़रा भी भरोसा नहीं है। इस साल लगभग 20 लाख छात्र कॉलेज से स्नातक हुए, लेकिन रोज़गार बाज़ार और अर्थव्यवस्था बेहद कमज़ोर है। टॉपरेज़्यूमे के अनुसार, हाल ही में स्नातक हुए छात्रों के लिए बेरोज़गारी दर 2025 तक 6.6% तक पहुँचने का अनुमान है।
56% छात्र रोज़गार के लिए तैयार नहीं
सर्वेक्षण में शामिल 52% छात्रों ने माना कि उन्हें विश्वास नहीं है कि उनकी डिग्री उन्हें 12 महीनों के भीतर नौकरी की गारंटी देगी, वहीं 56% छात्रों ने कहा कि वे मौजूदा रोज़गार बाज़ार में काम करने के लिए पूरी तरह तैयार नहीं हैं। इसका मुख्य कारण यह है कि कंपनियाँ भी नौकरियों की पेशकश करने में ज़्यादा दिलचस्पी नहीं दिखा रही हैं। सर्वेक्षण में शामिल तीन में से एक स्नातक ने स्वीकार किया कि औसतन 20 नौकरियों के लिए आवेदन करने के बाद, उन्हें केवल दो के लिए ही जवाब मिलते हैं।
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