बिहार देश का 7 वां राज्य जहां Unique Land Parcel Identification Number से भूमि की पहचान की जा रही है।
रिपोर्ट- मो.मोईन, पटना। ULPIN यानी Unique Land Parcel Identification Number की विधिवत शुरुआत दिनांक 16 मार्च 2021 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से की गई। बिहार भारत का सातवां राज्य है जहां इस सुविधा की शुरुआत की गई है। इसके तहत हरेक प्लॉट (खेसरा) को एक यूनिक (अद्वितीय) नंबर दिया जाना है। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने कोविड-19 की वजह से सैरात बंदोबस्ती में नुकसान उठाने वाले बंदोबस्तधारियों को वित्तीय नुकसान से राहत देने के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं।
नवंबर 2020 के बाद विभिन्न आरोपों के कारण 13 पदाधिकारियों को निलंबित किया गया है। 30 पदाधिकारियों के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही प्रारंभ की गई है। 20 पदाधिकारियों के विरुद्ध दंड अधिरोपित किया गया है। विभाग के द्वारा बेल्ट्रॉन से 534 डाटा एंट्री ऑपरेटर की सेवा प्राप्त हुई। दिनांक 20.09.2021 को उनका उन्मुखीकरण कार्यक्रम ज्ञान भवन पटना में किया गया। अभी प्रत्येक अंचल में एक ऑपरेटर दिया जाएगा। चकबंदी निदेशालय में शीघ्र ई-ऑफिसिग की व्यवस्था की जाएगी।
प्रत्येक अंचल में मौजावार दो-दो नक्शे की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है ताकि सरकारी अमीन इन्हीं सरकारी नक्शे के साथ मापी करने स्थल पर जाएंगे। नवनियुक्त 440 राजस्व अधिकारियों के प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई एवं दाखिल खारिज करने की शक्ति भी राजस्व अधिकारियों को दी गई है।Bihar News Print की यह खबर आपको कैसी लगी, कमेंट बॉक्स में अवश्य बताएं। खबर टॉपिक को अपना सुझाव दें।
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