Swiggy Platform Fee: इन दिनों, घर पर खाना ऑर्डर करना बहुत आसान हो गया है क्योंकि आज हमारे पास स्विगी और ज़ोमैटो जैसी कंपनियां हैं जो हमारे घरों तक स्वादिष्ट रेस्तरां भोजन पहुंचाने में हमारी मदद करती हैं। लेकिन इस बार एक ऐसी खबर आ रही है, जिसे पढ़ने के बाद शायद आपको अपने घर तक खाना पहुंचाना थोड़ा मुश्किल हो जाएगा।
मुख्य बातें:-
स्विगी ने अपनी प्लेटफॉर्म फीस बढ़ा दी है
जोमैटो वसूल रहा है इतनी प्लेटफॉर्म फीस!
स्विगी प्लेटफॉर्म शुल्क और बढ़ेगा
स्विगी कंपनी ने यह बयान दिया
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न: स्विगी प्लेटफ़ॉर्म शुल्क
भारत में कितने लोग स्विगी का उपयोग करते हैं?
स्विगी के संस्थापक कौन हैं?
हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि अब स्विगी पर खाना ऑर्डर करना थोड़ा महंगा पड़ सकता है। हम ऐसा क्यों कह रहे हैं? आइए जानते हैं क्या है पूरी खबर और स्विगी पर खाना ऑर्डर करना कितना महंगा पड़ सकता है।
स्विगी ने अपनी प्लेटफॉर्म फीस बढ़ा दी है
वर्तमान में, यदि आप स्विगी ऐप के माध्यम से किसी भी रेस्तरां से घर पर खाने के लिए कुछ ऑर्डर करते हैं, तो आपको स्विगी प्लेटफॉर्म को ₹2 का शुल्क देना होता है। लेकिन अब यह शुल्क ₹2 से बढ़कर ₹3 हो गया है, यानी अब जब भी आप स्विगी पर खाना ऑर्डर करेंगे तो आपको ₹3 प्लेटफॉर्म शुल्क देना होगा।
आपको यह भी बता दें कि स्विगी का यह नया प्लेटफॉर्म शुल्क 4 अक्टूबर 2023 से प्रभावित हो गया है, जिसके कारण स्विगी अब ₹3 का प्लेटफॉर्म शुल्क लेता है।
जोमैटो वसूल रहा है इतनी प्लेटफॉर्म फीस!
फूड डिलीवरी इंडस्ट्री में स्विगी का सबसे बड़ा प्रतिस्पर्धी जोमैटो है। मान लीजिए कि जोमैटो फिलहाल अपने प्लेटफॉर्म पर ₹2 का प्लेटफॉर्म शुल्क ले रहा है, यानी अगर कोई व्यक्ति जोमैटो पर कुछ खाने का ऑर्डर करता है, तो उसे ₹2 का प्लेटफॉर्म शुल्क देना होगा।
जोमैटो कंपनी
जबकि यह पाया गया है कि कुछ स्थानों पर ज़ोमैटो ₹3 का प्लेटफ़ॉर्म शुल्क भी लेता है, अभी तक कंपनी की ओर से इस बात की कोई पुष्टि नहीं हुई है कि ऐसा क्यों हो रहा है।
स्विगी प्लेटफॉर्म शुल्क और बढ़ेगा
कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्विगी ने सबसे पहले बेंगलुरु और हैदराबाद शहरों में अपनी प्लेटफॉर्म फीस बढ़ाई थी, लेकिन अब कंपनी ने इसे पूरे देश में बढ़ा दिया है। इसके चलते सभी को स्विगी को ₹3 का प्लेटफॉर्म शुल्क देना होगा।
हम स्विगी को जो प्लेटफ़ॉर्म शुल्क अदा करते हैं वह डिलीवरी शुल्क और अन्य शुल्कों के अतिरिक्त है जो हमें स्विगी को चुकाने होते हैं। फिलहाल यह भी कहा जा रहा है कि स्विगी आने वाले समय में अपनी प्लेटफॉर्म फीस और बढ़ा सकती है, लेकिन अभी तक कोई आधिकारिक रिपोर्ट जारी नहीं की गई है।
स्विगी कंपनी ने यह बयान दिया
हाल ही में ईटी से बात करते हुए स्विगी के प्रवक्ता ने कहा कि हमने प्लेटफॉर्म पर फीस में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया है। वर्तमान में हम अधिकांश शहरों में ₹3 का प्लेटफ़ॉर्म शुल्क लेते हैं, जो उद्योग के अनुसार काफी मानक है।
यूट्यूब वीडियो
अगर हम निकट भविष्य में कंपनी में कोई बदलाव करेंगे तो यह खबर आप सभी तक जरूर पहुंचाई जाएगी, लेकिन फिलहाल हमारी कंपनी में कोई बदलाव करने की कोई योजना नहीं है।
हम आशा करते हैं कि इस लेख से आपको स्विगी प्लेटफ़ॉर्म शुल्क के बारे में जानकारी मिली होगी, इसलिए इसे अपने दोस्तों के साथ साझा करें ताकि वे भी स्विगी प्लेटफ़ॉर्म शुल्क के बारे में जान सकें। इस प्रकार के और लेख पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट से जुड़े रहें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न: स्विगी प्लेटफ़ॉर्म शुल्क
भारत में कितने लोग स्विगी का उपयोग करते हैं?
साल 2021 की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में स्विगी को 50 मिलियन से ज्यादा लोग इस्तेमाल करते हैं।
स्विगी के संस्थापक कौन हैं?
स्विगी कंपनी की स्थापना वर्ष 2014 में दो संस्थापकों - नंदन रेड्डी और श्रीहर्ष माझी द्वारा की गई थी।
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