ललन के इस्तीफे के बाद नीतीश कुमार निश्चित तौर पर जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के नए अध्यक्ष बनेंगे | उनकी औपचारिक घोषणा शाम 5 बजे की जाएगी | यह दूसरी बार होगा, जब पार्टी का नेतृत्व नीतीश कुमार के हाथ में होगा |
![]() |
जेडीयू की बैठक: नीतीश कुमार, ललन सिंह - फोटो : ANI |
नई दिल्ली | जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में सक्रियता को देखते हुए मैंने यह फैसला लिया है |
ललन के इस्तीफे के बाद नीतीश कुमार निश्चित तौर पर जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के नए अध्यक्ष बनेंगे | उनकी औपचारिक घोषणा शाम 5 बजे की जाएगी. यह दूसरी बार होगा जब पार्टी का नेतृत्व नीतीश कुमार के हाथ में होगा, लेकिन ललन सिंह की ये बर्खास्तगी अचानक नहीं हुई| इसकी पटकथा कई महीनों से बिहार में लिखी जा रही थी | इन दोनों घटनाओं को लेकर ललन सिंह और नीतीश कुमार के बीच झगड़ा हो गया |
दिल्ली कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में हुई बैठक में मौजूद पार्टी के एक पदाधिकारी ने नाम न छापने के अनुरोध पर को बताया कि चार महीने पहले 13 सितंबर को नीतीश कुमार ने पार्टी के ब्लॉक अध्यक्षों और जिला अध्यक्षों के साथ मैराथन बैठक की थी | इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह मौजूद नहीं थे. चर्चा तेज हुई तो पार्टी की ओर से बयान जारी कर कहा गया कि वह बीमार हैं. हालांकि, बैठक से एक दिन पहले उन्होंने राजगीर में एक बड़ी सभा को संबोधित किया |
19 दिन बाद नीतीश कुमार ने फिर विधानसभा अधिकारियों की बैठक बुलाई | बैठक खत्म होने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी के बीच तीखी नोकझोंक हुई | इन दो घटनाओं के बाद यह लगभग तय हो गया कि पार्टी के भीतर सब कुछ ठीक नहीं है |
नीतीश कुमार, ललन सिंह की मनमानी पर नकेल कसना चाहते हैं | इसके बाद उन्होंने एक के बाद एक सभी पार्टी नेताओं के साथ बैठक की और उन्हें लोकसभा चुनाव में डटकर लड़ने का संदेश दिया | इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि इस बार वह 2020 की गलती नहीं दोहराएंगे | इस बैठक के 100 दिन बाद ललन सिंह ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया |
दरअसल, 2020 के संसदीय चुनाव में नीतीश कुमार ने जेडीयू के नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह को टिकट बांटने की जिम्मेदारी दी थी | इसमें आरसीपी सिंह ने न सिर्फ नीतीश कुमार की मर्जी के खिलाफ टिकट बांटे, बल्कि केंद्रीय मंत्री भी बन गये | अंतत: उन्हें पार्टी से निकालना पड़ा| ऐसे में अब नीतीश कुमार लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी की कमान अपने हाथ में लेना चाहते हैं, यही वजह है कि उन्होंने ललन सिंह को अध्यक्ष पद से हटा दिया है |
0 टिप्पणियाँ