अमृत सरोवर योजन को मूर्तरूप देकर हम जल स्तर को नीचे गिरने से रोक सकते हैं। यह योजना जल संरक्षण के लिए वरदान साबित होगी|
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जलस्तर बराबर रखने में वरदान साबित होगा अमृत सरोवर योजना, फोटो-pnp |
● पलिया के पीठारी में अमृत मानसरोवर योजना का शुभारंभ में पहुंचे सदर विधायक
चौसा (बक्सर) । आज ग्लोबल वार्मिंग जैसी समस्या से पूरा विश्व त्रस्त है। जहां बिन मौसम बारिश तो कहीं सूखे व गर्मी का प्रचण्ड रूप बरस रही है।
इस भीषण गर्मी से धरती के नीचे पानी का लेबल यानी जलस्तर भी धीरे-धीरे नीचे खिसकने से लोग पानी की समस्या से जूझ रहे हैं।
अभी हाल में राजपुर व चौसा प्रखण्ड के विभिन्न पंचायतों के गांव में देखने को मिल रहा है। जहां बहुत सारे हैंडपम्प पानी उगलना बन्द कर दिए हैं। लेकिन, अब इन समस्या का निदान भी निकल आया है, जो मनरेगा जैसी योजना से भूमि के नीचे जलस्तर को बरकरार किया जा सकता है।
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उदघाटन करते कांग्रेस विधायक संजय तिवारी उर्फ मुन्ना, फोटो: PNP |
अमृत सरोवर योजना जलस्तर बरकरार रखने में वरदान साबित होगा। जिले के विभिन्न प्रखंडों में इसके लिए जिला प्रशासन के निर्देश पर 70 योजनाएं पारित की गई है। जिस पर कार्य भी शुरू किए गए हैं।
इसी के तहत पलिया पंचायत के पीठारी गांव में अमृत मानसरोवर योजना से बड़े पोखरे की खुदाई की जा रही है। कार्य का शुभारम्भ सदर विधायक संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने की, उन्होंने शिलापट्ट का उद्घाटन भी किया गया। इस मौके पर उन्होंने योजना को बेहतर बताया। उन्होंने कहा इस योजना के निर्माण से इस गांव के जल समस्या का निदान हो जाएगा।
वहीं कार्यक्रम पदाधिकारी अजय सहाय ने योजना की जानकारी देते हुए बताया कि इस योजना में कम से कम एक एकड़ का पोखर या तालाब होना चाहिए। जिसमें 10 हजार क्यूबिक जल संग्रह होना चाहिए। इस सरोवर के निर्माण से इस क्षेत्र में भूमि के नीचे वाटर लेबल बना रहेगा। इसके निर्माण के बाद आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत 15 अगस्त को झंडातोलन किया जाएगा। वहीं उन्होंने बताया कि इस योजना में किसी प्रकार के मैटेरियल का व्यय नहीं है। पोखर के सौंदर्यीकरण कार्य जन सेवा के माध्यम से किया जाएगा। भूमि का वाटर लेबल बने रहेंगे, जिससे घरों या बाहर का पेयजल सुविधा बरकरार रहेगी। पलिया के पीठारी में शुरू योजना 9 लाख की राशि से तैयार किये जा रहे है।
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