आगलगी की घटना में खेत मे लगी खड़ी गेंहू की फसल जलकर खाक हो गई। वर्षो बीत गए लेकिन, अब तक किसानों को मुआवजे की राशि किसानों को नही मिल पाई।
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विरोध प्रदर्शन,फोटो-bnp |
● विगत रवि की कटाई से पूर्व आगलगी में दस बीघे की खड़ी गेंहू की फसल जलकर हुई थी खाक
बक्सर। आगलगी की घटना में खेत मे लगी खड़ी गेंहू की फसल जलकर खाक हो गई। वर्षो बीत गए लेकिन, अब तक किसानों को मुआवजे की राशि किसानों को नही मिल पाई। हालांकि, इस मुआवजे की राशि को प्राप्त करने के लिए किसानों द्वारा विभाग के चक्कर काटते-काटते परेशान हो गया।
अंत में किसानों द्वारा अंचल कार्यालय के बाहर धरने पर बैठना पड़ा। हालांकि, अंचल पदाधिकारी कार्यालय के बाहर होने पर उन्होंने बताया कि क्या है मामला दिखवाते है।
मामला रामपुर पंचायत का है। जहा के पैक्स अध्यक्ष आशीष राय के नेतृत्व में किसान धरने पर बैठे हुए थे। इस धरने में भाजपा कार्यकर्ता शामिल थे। बताया जाता है कि चौसा अंचल में किसी भी कार्य मे अंचल के कर्मियों द्वारा मनमानी की जाती है। बिना नजराना के कोई कार्य नही किया जाता।
इसके लिए दलाल रखे गए है। वही आशीष राय ने बताया कि विगत वर्ष सगरा गांव के किसान गोविन्द राय का अप्रैल माह में बिजली के शार्ट-सर्किट से आग लग गई। इस आग में खेत मे दस बीघे में खड़ी गेंहू की फसल जलकर स्वाहा हो गई। हालांकि सूचना पर पहुंचे तत्कालीन सीओ घटनास्थल पर पहुंच मुआयना किया गया। थोड़े दिनों बाद उनका तबादला हो गया। इस घटना को लेकर किसान गोविंद राय अंचल कार्यालय कर्मी व अधिकारी से मिलते लेकिन, उन्हें तरह-तरह के बहाने बाजी कर बरगला दिया जाता रहा।
जिससे थक-हार इसकी जानकारी पैक्स अध्यक्ष को दी। जिन्होंने बताया कि एक जनप्रीतिनिधि के नाते मैं कुछ दिनों पहले मिला, लेकिन अधिकारी से मुलाकात नही हो पाई। फिर सोमवार को मिलने आया तो उनके साथ कर्मियों द्वारा दुर्व्यवहार कर बाहर निकाल दिया। जिससे उनके साथ अंचल के बाहर कई किसान फिर बाद में भाजपा कार्यकर्ता भी धरने पर बैठ गए।
धरने पर बैठे लोगों ने अंचल में सक्रिय कार्यकर्ताओं को हटाने की मांग के साथ आम जनता का काम सुचारू रूप चलाये जाने की बात की, वही इनलोगो ने कहा कि बात नही मानी तो बाध्य होकर किसान दो मई को अंचल के विरुद्ध विशाल धरना देंगे। इस सम्बंध में सीओ बृजबिहारी कुमार ने बताया कि वे बाहर है, आते है तो दिखवाते है।
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