कुकुढ़ा गांव के जय प्रकाश की Love Story इतनी परवान चढ़ी कि सात समंदर पार करके आस्ट्रेलिया की विक्टोरिया से सात फेरों के बंधन में बंध गए |
सात फेरों के बंधन में बंध गए विक्टोरिया व जयप्रकाश | |
रिपोर्ट: मो.मोईन
बक्सर। बिहार राज्य के बक्सर के इटाढ़ी प्रखंड अंतर्गत कुकुढ़ा गांव के रहने वाले एक युवक जय प्रकाश की Love Story इतनी परवान चढ़ी कि सात समंदर पार करके आस्ट्रेलिया की विक्टोरिया से सात फेरों के बंधन में बंध गया। आस्ट्रेलिया में पढाई के दौरान यह प्यार गहराता गया।
यह युवक पूर्व मुखिया नंदलाल यादव का बड़ा पुत्र है। बिहार के बक्सर में आस्ट्रेलिया के स्टीवन टाकेट एवं माता अमेंडा टाकेट की बेटी विक्टोरिया के लव स्टोरी की हैप्पी एंडिंग हो गई। आस्ट्रेलिया की दुल्हन और बक्सर के दूल्हे की हिन्दू रीति रिवाज से हो रही शादी को देखने के लिए लोगों की काफी भीड़ जुट गई। इस शादी से दोनों ही परिवार के लोग काफी खुश हैं। भारतीय संस्कृति और रीति रिवाज के साथ हुई शादी दुल्हन के माता-पिता को भी बेहद अच्छी लगी।
आस्ट्रेलिया में एमएस सिविल इंजीनियर के पद पर स्थापित जयप्रकाश को पढ़ाई के दौरान ही आस्ट्रेलिया के मेलबोर्न शहर के जिलांग की रहने वाली विक्टोरिया से प्रेम हो। जय प्रकाश वहां वर्ष 2019 से 2021 तक इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। इस दौरान दोनों के बीच प्यार परवान चढ़ता गया और आखिरकार दोनों शादी के बंधन में बंधने का फैसला कर लिया।
इसके बाद दोनों ने अपने-अपने घर में अपनी लव स्टोरी के बारे में बताया। तब कोई भी ससे इंकार नहीं किया। जय प्रकाश के पिता पूर्व मुखिया नंदलाल यादव कहते है कि बेटे की पसंद को मान गए और शादी के लिए तैयार हो गए। हालांकि, शादी करने का फैसला हिंदू रीति रिवाज के साथ गांव पर करने की बात पक्की हुई । इसे दुल्हन के मां-बाप भी राजी हो गए।
फिर क्या था शादी का मुहूर्त निकला गया और दोनों सात फेरे लेकर शादी के बंधन में बंध गए। इस शादी से दोनों पतरफ के परिजन, नाते रिश्तेदार साथ ही गांव घर एवं आसपास के लोग खुश हैं और सबने विक्टोरिया व जय प्रकश को बधाई दी। पूर्व मुखिया ने बताया कि घर में अब छोटे बेटे की शादी की तैयारी चल रही है। छोटे बेटे की शादी हो जाने के बाद कुछ दिन यहां रहने के म बाद बड़ा बेटा फिर आस्ट्रेलिया चला जाएगा।
दुल्हन के साथ माता-पिता को भा गई बिहारी संस्कृति
सात समंदर पार से अपने प्यार काे पाने में सफल रही विक्टोरिया आस्ट्रेलिया में शिक्षिका के पद पर नियुक्त है। वह आस्ट्रेलिया में पली-बढ़ी और यहां की भाषा से अंजान होने के बाद भी बिहारी संस्कृति विक्टोरिया को भा गई है। माता-पिता भी बेटी का कन्यादान किये हैं। कहते हैं, उनकी बेटी बिहारी दामाद के साथ खुश है।
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