क्रिकेटर आकाशदीप भारत टीम में | रोहतास जिले के शिवसागर प्रखंड के बद्दी गांव निवासी आकाशदीप का चयन भारतीय क्रिकेट टीम के लिए हुआ है |
रोहतास | बिहार के एक और होनहार खिलाड़ी रोहतास क्रिकेटर को टीम इंडिया में जगह मिल गई है. मामला रोहतास जिले से जुड़ा है| जिले के शिवसागर प्रखंड के बद्दी गांव निवासी आकाशदीप का चयन भारतीय क्रिकेट टीम के लिए हुआ है | उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच में दीपक चाहर की जगह खेलने का मौका मिलेगा. जैसे ही यह सूचना जिले में पहुंची, रोहतास जिले के खेल प्रेमियों में खुशी की लहर दौड़ गयी |
आपको बता दें कि आकाशदीप इससे पहले आईपीएल में रॉयल चैलेंजर बैंगलोर के लिए खेल चुके हैं | आकाशदीप एक गेंदबाज हैं और उनके पास नई और पुरानी गेंदों को मारने का अनुभव है। उनकी गेंद से बल्लेबाजों को काफी परेशानी होती है.
पश्चिम बंगाल के लिए खेलते हैं आकाशदीप
आकाशदीप का बचपन गांव में ही बीता। उन्होंने बद्दी हाई स्कूल में क्रिकेट खेलना सीखा, लेकिन बिहार में क्रिकेट में बेहतर भविष्य नहीं होने के कारण वे बंगाल चले गये। आकाशदीप ने पश्चिम बंगाल के लिए कई मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया है |
पश्चिम बंगाल के लिए खेलते हैं आकाशदीप
आकाशदीप का बचपन गांव में ही बीता। उन्होंने बद्दी हाई स्कूल में क्रिकेट खेलना सीखा, लेकिन बिहार में क्रिकेट में बेहतर भविष्य नहीं होने के कारण वे बंगाल चले गये। आकाशदीप ने पश्चिम बंगाल के लिए कई मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया है |
इस साल उन्होंने बंगाल के लिए खेलते हुए विजय हजारे ट्रॉफी टूर्नामेंट में काफी अच्छा प्रदर्शन किया | आपको बता दें कि आकाशदीप ने अब तक 25 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं और 90 से ज्यादा विकेट लिए हैं. उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 112 रन देकर 10 विकेट लेना था |
दीपक चाहर की जगह टीम में मिली है जगह
तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर दीपक चाहर को दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए भारतीय टीम की वनडे टीम में शामिल किया गया था, लेकिन निजी कारणों से उन्होंने अपना नाम टीम से वापस ले लिया और बीसीसीआई चयनकर्ताओं ने उनकी जगह रोहतास जिले के तेज गेंदबाज आकाशदीप को शामिल कर लिया।
महज 16 साल की उम्र में उनके सिर से पिता का उठ गया साया
बद्दी गांव का रहने वाला आकाशदीप तीन बहनों के बीच इकलौता भाई है, जिस कारण वह अपने परिवार में बहुत लाडला है। पिता रामजी सिंह की मृत्यु के बाद घर की जिम्मेदारी मां लड्डुमा देवी पर आ गयी | उनके परिवार का पालन-पोषण पैतृक कृषि भूमि को पट्टे पर देकर किया गया था। बचपन से ही क्रिकेट के प्रति उनकी रुचि को देखते हुए उनके परिवार वालों ने उन्हें क्रिकेट सीखने के लिए कोलकाता भेज दिया। जहां उन्होंने कड़ी मेहनत की और टॉप क्लास क्रिकेट मैच खेलना शुरू किया |दीपक चाहर की जगह टीम में मिली है जगह
तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर दीपक चाहर को दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए भारतीय टीम की वनडे टीम में शामिल किया गया था, लेकिन निजी कारणों से उन्होंने अपना नाम टीम से वापस ले लिया और बीसीसीआई चयनकर्ताओं ने उनकी जगह रोहतास जिले के तेज गेंदबाज आकाशदीप को शामिल कर लिया।
बिहार में. उन्हें टीम में शामिल किया गया. आकाशदीप को भारतीय क्रिकेट टीम में जगह मिलने पर सासाराम के लोग काफी खुश हैं | संघर्ष के दिनों में आकाश दीप को प्रायोजित करने वाले गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के सचिव गोविंद नारायण सिंह कहते हैं कि आकाश दीप एक प्रतिभाशाली क्रिकेटर हैं और विदेश में बेहतर प्रदर्शन करेंगे |
0 टिप्पणियाँ