एक छात्र का शव रेलवे ट्रैक पर मिला, जिससे विवाद बढ़ गया है। हत्या की आशंका व्यक्त कर रहे हैं। पुलिस ने कहा कि जांच के बाद पूरा मामला पता चलेगा। हालाँकि, छात्र के फोन से सिम गायब था | इस News Portal पर Bihar से जुड़ी हर महत्वपूर्ण खबर मिलेगी।
दरभंगा | बिहार के दरभंगा में दसवीं कक्षा के एक विद्यार्थी का शव रेलवे ट्रैक पर मिलने से हड़कंप मच गया। दोनार रेलवे गुमटी मामला है। पुलिस बल मौके पर पहुंचा जैसे ही सूचना मिली। मृत शरीर को दिलावरपुर मुहल्ला निवासी सुनील राम का बेटा सुमित बताया गया है। 16 वर्ष की उम्र में स्थानीय लोगों की सूचना पर जीआरपी थाना पुलिस ने शव को गिरफ्तार कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहां उपस्थित लोगों ने गला दबाकर हत्या की आशंका व्यक्त की है।
परिजनों को घटना की सूचना मिलते ही बुरा हाल है। सिम कार्ड गायब था और मृतक का मोबाइल शव के बगल में पड़ा था। मृतक का घर घटनास्थल से सिर्फ 200 से 300 मीटर दूर है। सुमित दसवीं कक्षा में था। उसके पिता सुनील राम दिव्यांग हैं, और मां सीता देवी दरभंगा नगर निगम में हैं।
विद्यार्थी की मां का रो-रोकर बुरा हाल
मृतक की मां सीतादेवी ने बताया कि उन्होंने पिछले चार दिनों से कमतौल में अपनी बीमारी का इलाज किया है। जब भागी-भागी को सुबह बेटे की हत्या कर शव को रेलवे ट्रैक पर फेंकने की सूचना मोबाइल फोन पर मिली, तो वे सीधे डीएमसीएच पहुंचे। परिजनों ने बताया कि वह रात को खाना खाने के बाद घर से घूमने निकला था। उसके एक परिजन ने बताया कि रात के 10 बजे उसे दोनार गुमटी के पास सड़क के डिवाइडर पर बैठा हुआ देखा गया था। जब वह देर रात तक घर नहीं लौटा, उसके परिजन ने बहुत खोजबीन करके भी उसे नहीं पाया। मृतक के घर में सुबह उसका शव रेलवे लाइन पर मिलने की खबर से कोहराम मच गया।
पुलिस मामले की जांच कर रही है
मरने वालों में दो भाई और चार बहन हैं। सुमित सबसे छोटा था। उसने दसवीं कक्षा में पढ़ाई की थी। रेलवे पुलिस थानाधिकारी रामजी उपाध्याय ने बताया कि दोनार रेलवे गुमटी के पूर्व में एक शव पाया गया था। पहली नजर में, घटनास्थल पर छात्र का शव मिलने पर लगता है कि ट्रेन से गिरने या टक्कर से छात्र की मौत हुई है। फिलहाल, इस मामले की जांच जारी है।
छात्र की मौत का शोक
परिजनों को घटना की सूचना मिलते ही बुरा हाल है। सिम कार्ड गायब था और मृतक का मोबाइल शव के बगल में पड़ा था। मृतक का घर घटनास्थल से सिर्फ 200 से 300 मीटर दूर है। सुमित दसवीं कक्षा में था। उसके पिता सुनील राम दिव्यांग हैं, और मां सीता देवी दरभंगा नगर निगम में हैं।
विद्यार्थी की मां का रो-रोकर बुरा हाल
मृतक की मां सीतादेवी ने बताया कि उन्होंने पिछले चार दिनों से कमतौल में अपनी बीमारी का इलाज किया है। जब भागी-भागी को सुबह बेटे की हत्या कर शव को रेलवे ट्रैक पर फेंकने की सूचना मोबाइल फोन पर मिली, तो वे सीधे डीएमसीएच पहुंचे। परिजनों ने बताया कि वह रात को खाना खाने के बाद घर से घूमने निकला था। उसके एक परिजन ने बताया कि रात के 10 बजे उसे दोनार गुमटी के पास सड़क के डिवाइडर पर बैठा हुआ देखा गया था। जब वह देर रात तक घर नहीं लौटा, उसके परिजन ने बहुत खोजबीन करके भी उसे नहीं पाया। मृतक के घर में सुबह उसका शव रेलवे लाइन पर मिलने की खबर से कोहराम मच गया।
पुलिस मामले की जांच कर रही है
मरने वालों में दो भाई और चार बहन हैं। सुमित सबसे छोटा था। उसने दसवीं कक्षा में पढ़ाई की थी। रेलवे पुलिस थानाधिकारी रामजी उपाध्याय ने बताया कि दोनार रेलवे गुमटी के पूर्व में एक शव पाया गया था। पहली नजर में, घटनास्थल पर छात्र का शव मिलने पर लगता है कि ट्रेन से गिरने या टक्कर से छात्र की मौत हुई है। फिलहाल, इस मामले की जांच जारी है।
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